Friday, November 10, 2023

रियल शक्तिमान ने घायल छात्र का मोबाइल ढुंढने में किया मदद।।

अनगड़ा , हाहे में स्कुटी - बाईक दुर्घटना में उषा मार्टिन यूनिवर्सिटी के घायल छात्र का मोबाइल खो गया था।
छात्र के दोस्त ने मुझे मोबाइल ढुंढने के लिए बार-बार रिक्वेस्ट किया और वह परेशान था।
वह उस मोबाइल पर काल कर रहा था मोबाइल रिंग भी हो रहा था।
लेकिन कोई जवाब नहीं आ रहा था।
मैं सी एच सी गोंदलीपोखर ही उनके दोस्त से वह मोबाइल नम्बर मांगा और बार - बार रिंग किया फिर घायल छात्र के दोस्त को उनके दुसरे  दोस्त को काल करके घटनास्थल पर जाकर मोबाइल ढुंढने को कहा और मोबाइल मिल गया।
।। धन्यवाद।।

(अनगड़ा). रियल शक्तिमान ने किया घायलों को मदद।

(अनगड़ा).  रियल शक्तिमान ने किया घायलों को मदद।

दो स्कूटी - मोटरसाइकिल टक्कर में घायलों लोंगो को किया मदद।

मैं खेलगांव में लोकनृत्य क्लास के बाद अपने घर हुण्डरू फांल आ रहा था। जैसे ही अनगड़ा के हाहे रोड के पास पहुंचा अचानक देखा कि स्कुटी - मोटरसाइकिल में टक्कर हुई है और रोड पर घायल लोग बिखरे पड़े हैं। मैं  वहां रूका और देखते ही देखते भीड़ होनी शुरू हो गई।
यह दुर्घटना लगभग 1 मिनट भी नहीं हुआ था।
मैंने घायलों को देखा और 108 में एंबुलेंस के लिए कांल किया तो अनगड़ा और आसपास में एंबुलेंस उपलब्ध नहीं था। 108 में कहा कि सदर से एंबुलेंस जाएगी क्या आप इंतजार करना चाहेंगे। 
एंबुलेंस आने में ज्यादा देर हो जाती इसलिए मना कर दिया।
फिर आंटो में सवार करके  सी एच सी अनगड़ा पहुंचाया।
फिर प्राथमिक उपचार होने लगा ।
दुर्घटना में घायल उसा मार्टिन यूनिवर्सिटी, अनगड़ा के दो विद्यार्थी भी घायल थे।
जिसमें से एक विद्यार्थी का एक विद्यार्थी को सर पर ज्यादा चोट लगी थी और ज्यादा खुन बहा था।
और एक का आंख में चोट लगी है। वह शराब के नसा भी लग रहा था। विद्यार्थियों के मुताबिक गलती इन्हीं की थी। वह बोल भी नही रहा था।
 लेकिन कोई इसे हेंसल का बता रहा था।
 
 सी एच सी अनगड़ा में प्राथमिक उपचार हो ही रहा था गस दौरान मैंने 3 बार 108 में कांल करके एंबुलेंस बुलाना चाहा।
लेकिन कई बार उनके दोस्त भी देर होने की आसंका में मना करने को कहा।
फिर फिर दुसरा गाड़ी से स्वर्णरेखा अस्पताल में उपलब्ध एंबुलेंस से रांची ओर्किड अस्पताल के लिए रवाना किया।
इसमें उनके सभी दोस्तों में उदासी छाई थी और यूनिवर्सिटी के प्रिंसिपल को कांल कर सुचना दिया गया।
फिर मैं घर चला आया।


Sunday, November 5, 2023

रियल शक्तिमान ने बचाया महिला पर्यटक की जान।।

रियल शक्तिमान ने बचाया महिला पर्यटक की जान।।
क्या है घटना - 
हुण्डरू फांल में मैं फोटोग्राफी कर रहा था। घर से फोन आया था की मेरी मां तैयार थी , मुझे अपनी मां को सिकिदिरी ढेलवाखुटा दसकर्म के लिए मौरखी घर पहुंचाने जाना था। मैं फांल से निकलने ही वाला था लेकिन एक पर्यटक को एक एक तस्वीर देना था इसलिए कुछ क्षण रूक गया था। 

तभी पर्यटकों की आवाज़ आने लगी। हर कोई डुबती बहती महिला को अपनी अपनी जगह पर खड़े होकर देख रहा था।

फिर मैंने पत्थरों और चट्टानों पर उछलते ,कुदते छलांग लगाते उस महिला के पास पहुंचा।
पर्यटकों ने पत्थरों के बीच डेगते और छलांग लगाते पैरों की सटिकता को देखकर रोमांचित भी हुएं और हौसला भी बढ़ाया।
महिला पानी की धार में बहती हुई पानी के ही बीच में एक छोटी सी नुकीली सी पत्थर पर पेट के सहारे अर्थात तीनके के सहारे अटक गयी थी और मदद की राह देख रही थी और बहुत घबराई हुई थी।

कैसे बची जान - 
मैंने उस महिला को अपना टी-सर्ट उतारकर पकड़ाया और किनारे लाना चाहा तो महिला पर्यटक बोली, मैं डुब जाऊंगी।
फिर मैंने कपड़ा और जुता पहने हुए ही पानी में चला गया और उस महिला को अपनी सहारा देकर नदी के किनारे-किनारे से ले जाकर उसे उनके परिजन को सौंप दिया।
सभी महिला के परिजन ने बहुत - बहुत बार धन्यवाद कहा

वहां देख रहे बहुत से पर्यटकों ने फोटो - विडियो भी बनाया।

इन सभी चीजों को देख रही एक महिला पर्यटक ने कही कि तुम वही हो न जो हमलोग का फोटो खिंचे हो। मैने कहा हा मैं वहां हुं।
यह महिला और और उनके सभी साथी  कांके सायद IIAM में प्रशिक्षण के लिए आई हुई हैं। लेकिन आज  हुण्डरू फांल घुमने आई थी। उनृही को मैं फोटो देना था इसलिए घटना सेज्ञपहले थोड़ा इंतजार किया था।

डुबती - बहती महिला के बुजुर्ग परिजन ने ने मुझे अपने पास बुराकर मुझे 100/- दिया इससे कुछ खा लेना तो मैंने मना नहीं कर पाया और खुशी से स्वीकार किया।।

फिर मैंने तेजी से भागा घर और अपनी मां को दसकर्म के लिए सिकिदिरी ढेलवाखुटा पहुंचाया।

लेकिन उनके परिजन से मैंने कोई जानकारी नहीं ली।

।। धन्यवाद दोस्तों।।


मोक्ष वेद

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